आपको पता है देश में रोजाना 381 लोग क्यों करते हैं आत्महत्या
नई दिल्ली। भारत तेजी से दुनिया के सर्वाधिक आत्महत्या करने वाले देशों की सूची में शीर्ष पर पहुंचता जा रहा है। राष्ट्रीय अपराध रेकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2019 में देश में रोजाना औसत 381 लोगों ने आत्महत्या की।
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पिछले साल देश में कुल 1 लाख 39 हजार 123 लोगों ने आत्महत्या की जो वर्ष 2018 के 1,34,516 और 2017 के 1,29,887 की तुलना में सालाना 3.4 प्रतिशत ज्यादा है। आंकड़े बताते हैं कि पिछले साल प्रति 1 लाख आबादी में आत्महत्या दर 0.29 प्रतिशत रहा जो 2018 से ज्यादा है।
गृह मंत्रालय के अधीन काम करने वाले एनसीआरबी ने कहा है कि शहरों में आत्महत्या दर 13.9 प्रतिशत है जो देश के शेष हिस्सों के 10.4 प्रतिशत की तुलना में साढ़े तीन प्रतिशत ज्यादा है।
आत्महत्या करने वालों में सर्वाधिक 53.6 फीसदी ने फांसी लगाई जबकि जहर खाकर आत्महत्या करने का मामला दूसरे नम्बर पर है। आत्महत्या करने के मूल कारणों में पारिवारिक विवाद, विवाह सम्बंधित परेशानी, बीमारी की चिंता प्रमुख कारण है। साथ ही प्रति 100 आत्महत्या करने वाले लोगों में पुरुष 70.2 फिसदी हैं जबकि महिलायें 29.8 प्रतिशत हैं। 62 प्रतिशत से ज्यादा आत्महत्या करने वाले पुरूष विवाहित रहे।
देश में सर्वाधिक आत्महत्या करने वाले राज्यों में महाराष्ट्र एक नम्बर पर है। तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, मध्यप्रदेश और केरल टॉप पांच में हैं।
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