संघर्ष के सीने पर बैठ लिखा सुनहरा इतिहास, कठिन मेहनत कर बना इंजीनियर।(The golden history written on chest of struggle)
बिहार।पटना।मोकामा। मोकामा के रक्त रंजित कालखण्ड में विनीत ने अपने पिता को जब कंधा दिया था तब उसकी उम्र थी पिता के कंधे पर बैठ इतराने की ,खेलने और खाने की।नियति ने विनीत के सर से उसके पिता का साया छीन लिया।बाल मन ने अपनी माँ को आंगनबाड़ी सेविका के रूप में जीवन यापन करने का दर्द देखा।(Make life certificate in Nagar Parishad Mokama)
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अपने माँ की मेहनत को विनीत ने सुनहरे इतिहास में तब्दील कर दिया।(Mokama Online)
लगभग दो दशक बाद विनीत ने आने पिता स्व. मनोज सिंह और माँ हीरा देवी( आंगनबाड़ी सेविका) के सपनों को साकार कर दिखाया।अपने कठिन परिश्रम और अदम्य इक्षाशक्ति के दम पर विनीत ने अपने जीवन का वह मुकाम हासिल कर लिया जो उसकी माँ के कलेजे को सुकून देगी।अपने माँ की मेहनत को विनीत ने सुनहरे इतिहास में तब्दील कर दिया।(The golden history written on chest of struggle)

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विनीत का चयन एस.एस. सी. जे.ई. 2020 में जूनियर इंजीनियर के तौर पर हुआ है। (Mokama Online)
विनीत का चयन एस.एस. सी. जे.ई. 2020 में जूनियर इंजीनियर के तौर पर हुआ है। विनीत की ऑल इंडिया रैंकिंग इन सिविल इंजीनियरिंग में 128 है।उसे सैंट्रल वॉटर कमीशन में जगह मिली है।(The golden history written on chest of struggle)

बड़े ही शांत स्वभाव के हैं विनीत। मोकामा सकरवार टोला वार्ड नं 15 के निवासी है।(Mokama Online)
बड़े ही शांत स्वभाव के हैं विनीत। मोकामा सकरवार टोला वार्ड नं 15 के निवासी है। उन्होंने कहा कि सफलता की कोई सीमा नहीं होती है यह मेरी शुरुआत है। मुझे मेरी माँ की हर उम्मीद को पूरा करना है।(The golden history written on chest of struggle)
मोकामा ऑनलाइन मोकामा के इस होनहार बेटे को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं देता है। (Mokama Online)
मोकामा ऑनलाइन मोकामा के इस होनहार बेटे को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं देता है। आप यूँ ही सफलता के कीर्तिमान कायम करते रहिए। अपने पिता स्व. मनोज सिंह, अपनी माँ हीरा देवी सहित परिजनों का नाम रौशन कीजिये।(The golden history written on chest of struggle)
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