पटना/मोकामा। नगर विकास एवं आवास विभाग ने लंबे अरसे बाद नगर निकायों में कार्यरत कर्मचारियों का तबादला किया है। विभाग की ओर से जारी स्थानांतरण आदेश में कहा गया है कि लंबे वक्त से एक ही नगर निकाय में कर्मियों के कार्यरत रहने से कार्यालयी कामकाज प्रभावित होता है। निकाय कर्मियों का किसी खास निकाय में लंबे अरसे से पदस्थापित रहना कार्यहित एवं प्रशासनिक दृष्टिकोण से सर्वथा अवांछनीय है।
विभाग ने इसी क्रम में मोकामा नगर परिषद के छह कर्मियों का तबादला किया है। ये कर्मी मोकामा नगर परिषद में पिछले कई वर्षों से पदस्थापित थे। कर संग्राहक अभिराम कुमार, सुरेश दास, महेश कुमार, सहायक कर संग्राहक अरुण चौधरी, लेखपाल पवन कुमार, सहायक लेखा पाल दिलीप कुमार को तत्काल आदेश से मोकामा नगर परिषद से स्थानांतरित किया गया है। इनके स्थान पर पटना नगर निगम, बाढ़ नगर परिषद सहित अन्य निकायों से स्थानांतरित कर्मियों को मोकामा भेजा गया है।
मोकामा के सामाजिक और आरटीआई कार्यकर्ता चंदन कुमार ने वर्ष 2018 में निकाय कर्मियों के तबादले की मांग को लेकर धरना दिया था। उन्होंने राज्य सरकार को कई बार इस बाबत पत्र लिखा और निरंतर ईमेल द्वारा विभाग से आग्रह करते रहे। चंदन कुमार के पत्रों के आलोक में विभाग ने आश्वासन दिया था और अब न सिर्फ मोकामा बल्कि पूरे बिहार में निकाय कर्मियों का बड़े स्तर पर तबादला हुआ है। चन्दन कुमार ने बताया कि कर्मियों के एक ही जगह लंबे समय से जमे रहने से भ्रष्टाचार का खतरा बढ़ता है। बिहार सरकार ने उनके अनुरोध को स्वीकारा इसके लिए वे साधुवाद देते हैं। साथ ही वे अपने भ्रष्टाचार विरोधी अपने अभियान को इसी प्रकार बढ़ाते रहेंगे। नगर निकायों में सम्भतः यह पहला मौका है जब कर्मियों का तबादला हुआ है।उन्होंने कहा कि राज्य के सभी विभागों में स्थानांतरण की व्यवस्था है मगर 70 वर्षों में या पहली बार बिहार सरकार द्वारा नगर विकास विभाग में तबादला किया गया है
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