
मोकामा। स्व. युगल किशोर सिंह उर्फ डायरेक्टर साहब का श्रद्धांजलि समारोह 19 जनवरी को श्री सिंह के ज्येष्ठ पौत्र अजय कुमार के निवास परिसर ‘सुधा सदन’, तपोवन पथ में आयोजित किया गया। डायरेक्टर साहब बीसवीं सदी के मध्यकाल में साहित्यिक सांस्कृतिक जागरण के लिए सम्पूर्ण मोकामा क्षेत्र में ध्वजावाहक के रूप में कर्मशील रहे। ये बहुविध कलाओं के प्रणेता थे। ये हस्तकला, चित्रकला, शिल्पकला, संगीतकला, नाट्य-कला आदि के क्षेत्र में बहुआयामी प्रतिभा के धनी थे। श्री सिंह भाषाई एकता के भी प्रतीक थे। इन्हें हिन्दी के साथ साथ बंगला भाषा का भी ज्ञान था। इसका उदाहरण है कि इनके द्वारा निर्मित भवनों में आज भी बंगला भाषा का प्रयोग अंकित है। मोकामा की शैक्षणिक समृद्धि और सामाजिक समन्वय का स्वरूप इनकी ही रचनात्मक गतिविधियों का प्रतिफल है और इन्हें मोकामा क्षेत्र का भारतेंदु कहने में कोई अतिशयोक्ति नहीं है।
सोमवार को आयोजित श्रद्धांजलि सभा में मोकामा के सभी क्षेत्रों के सुधीजनों ने अपनी भागीदारी सुनिश्चित की। डॉ सुधांशु शेखर ने सभा के उद्घोषक की भूमिका अदा की। चंदन कुमार की सराहनीय भूमिका रही। इस अवसर पर सुरोत्तम कुमार शर्मा, प्रहलाद प्रसाद सिंह, सरयुग राय, विभा देवी (वार्ड पार्षद), रामशरण सिंह, गौरव सिंह आदि ने अपने विचार व्यक्त किए। समारोह के आरंभ में श्री सिंह के सुपुत्र राजेश्वरी प्रसाद सिंह ने इनके तैल चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया।