सरकार ने तोड़ा भरोसा तो टाल किसानों ने खुद ही बनाया बांध।
सरकार ने तोड़ा भरोसा तो टाल किसानों ने खुद ही बनाया बांध।(Mokama Tall farmers themselves built the dam)
बिहार।पटना।फतुहा।यह बीते युग की बात है जब किसान अपनी हर छोटी बड़ी समस्या के लिए सरकारी बाबू और जनपतिनिधियों कि ओर ताका करता था।अब किसानों ने अपने हित की रक्षा के लिए खुद ही कुछ करने का संकल्प ले लिया है।(Mokama Tall farmers themselves built the dam)
मोकामा ऑनलाइन की वाटस ऐप ग्रुप से जुड़िये और खबरें सीधे अपने मोबाइल फ़ोन में पढ़िए ।

किसानों ने अपनी फसलों को बाढ़ से बचाने के लिए खुद ही तटबंध बनाने का फैसला कर लिया।(Mokama Online)
मामला राजधानी पटना से सटे फतुहा का है जँहा किसानों ने अपनी फसलों को बाढ़ से बचाने के लिए खुद ही तटबंध बनाने का फैसला कर लिया।फतुहा प्रखण्ड के गौरीपुंदा पंचायत के किसानों ने चंदा इक्कठा कर लगभग 5 किलोमीटर का तटबंध बनाने का निर्णय किया है।तेज़ी से काम चल रहा है अबतक लगभग 1 किलोमीटर का काम कर भी लिया गया है।(Mokama Tall farmers themselves built the dam)

मोकामा ऑनलाइन के इन्स्टाग्राम पर हमसे जुड़िये ।
जेसीबी और सैकड़ों मजदूरों के साथ किसान खुद भी लगे हुए हैं। अबतक 1 किलोमीटर से ज्यादा का तटबंध बन चुका है। (Mokama Online)
किसानों ने पहले तो सरकार को कई बार इसके लिए आग्रह किया । सालों तक जब कोई सहायता नहीं मिली तो खुद ही तटबंध बनाने का निर्णय लिया।सभी किसानों ने सामर्थ्य अनुसार चंदा दिया।अब उसी चंदे के पैसे से तटबंध का निर्माण करवाया जा रहा है।जेसीबी और सैकड़ों मजदूरों के साथ किसान खुद भी लगे हुए हैं। अबतक 1 किलोमीटर से ज्यादा का तटबंध बन चुका है। अगले 10 दिनों में यह तटबंध पूरी तरह तैयार हो जाएगा।इस तटबंध के बन जाने से हर साल बरसाती नदी में आने वाली बाढ़ से फसलों को बचाया जा सकेगा।(Mokama Tall farmers themselves built the dam)

महात्माईन ,धोबा,कठौतिया, लोकाइन जैसी कई बरसाती नदियों से हर वर्ष बाढ़ आती है।(Mokama Online)
ज्ञात हो महात्माईन ,धोबा,कठौतिया, लोकाइन जैसी कई बरसाती नदियों से हर वर्ष बाढ़ आती है। ये बाढ़ अपने साथ किसानों के लिए तबाही लाती है।बाढ़ हजारों एकड़ धान की फसल को लील जाती है।इस तटबंध के बनने से शिवचक,अब्दालचक,नारायण टोला, तरिपर और मुसहरी गावँ बाढ़ की तबाही से बच जाएंगे।(Mokama Tall farmers themselves built the dam)

आपदा प्रबंधन विभाग फसल क्षतिपूर्ति मुआवजे को लेकर सिर्फ काजगी कार्यवाई करता आया है।(Mokama Online)
स्थानीय किसानों ने बताया कि उन्होंने सरकार के रहनुमाओं और जनपतिनिधियों से कई बार इस तटबंध के लिए अनुरोध किया ।बाढ़ से फसल बर्बाद होने पर आपदा प्रबंधन विभाग फसल क्षतिपूर्ति मुआवजे को लेकर सिर्फ काजगी कार्यवाई करता आया है।किसानों को कभी उचित मुआबजा तक नहीं मिलता था।(Mokama Tall farmers themselves built the dam)

मोकामा और आस पास के इस तरह के अन्य खबरों को जानने के लिए मोकामा ऑनलाइन डॉट कॉम के अतिरिक्त हमारे सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक ,ट्विटर ,इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर हमे फॉलो करें।
ये भी पढ़ें:-नए थानाध्यक्ष को दिया 50 रुपये घूस कहा हम तो 50 रुपये ही देते हैं साहब।
ये भी पढ़ें:-मोकामा में पदस्थापित क्लर्क को DM ने दी जबरिया रिटायरमेंट की सजा


टिप्पणियाँ बंद हो जाती हैं, लेकिन Trackbacks और Pingbacks खुले हैं।