मोकामा पुलिस ने खाद घोटाले के षड्यंत्रकर्ता को किया गिरफ्तार।
मोकामा। (Mokama Online News 20)बाढ़ पीड़ितों को मुआवजा राशि दिलाने के नाम पर उनका बायोमेट्रिक थम्प लेकर फर्जी तरीके से उर्वरक का उठाव कराने के कथित षड्यंत्रकर्त्ता को मोकामा पुलिस ने गिरफ्तार किया है। मोकामा थाना प्रभारी राजनंदन ने बताया कि मोकामा के बरहपुर गांव से राम दयाल बिंद को गिरफ्तार किया गया है।
मोकामा ऑनलाइन की वाटस ऐप ग्रुप से जुड़िये और खबरें सीधे अपने मोबाइल फ़ोन में पढ़िए ।
जुलाई अगस्त महीने में आई बाढ़ के दौरान बरहपुर गांव में कई घर जलमग्न हो गए थे।
जुलाई अगस्त महीने में आई बाढ़ के दौरान बरहपुर गांव में कई घर जलमग्न हो गए थे। राज्य सरकार द्वारा बाढ़ पीड़ितों को छह हजार रुपए सहयोग राशि दी जा रही थी। बिंद ने इसी का फायदा उठाकर एक उर्वरक व्यापारी से सांठगांठ की।(Mokama Online News 20)
फर्जी तरीके से यूरिया का उठाव हुआ जिसे बाद में कालाबाजारी कर अवैध तरीके से बेचा गया होगा।
उसने गांव के करीब 200 से 250 लोगों का बायोमेट्रिक थम्प लिया और गांववालों को कहा कि सभी के बैंक खाते में सीधे सांसद की पहल पर बाढ़ राहत की राशि आ जायेगी। हालांकि अगस्त के अंतिम सप्ताह में बरहपुर के कई लोगों के मोबाइल पर मैसेज आया कि उन्होंने 10 , 20, 25 आदि बोरी यूरिया की खरीद की है। मैसेज आने के बाद लोगों को समझ में आया कि उनके नाम से फर्जी तरीके से यूरिया का उठाव हुआ जिसे बाद में कालाबाजारी कर अवैध तरीके से बेचा गया होगा।
सितंबर महीने के मध्य में पूरा मामला मीडिया में आने पर इस फर्जीवाड़े का पटाक्षेप हुआ।
सितंबर महीने के मध्य में पूरा मामला मीडिया में आने पर इस फर्जीवाड़े का पटाक्षेप हुआ। बाद में बरहपुर के कई लोगों ने राम दयाल बिंद पर फर्जीवाड़े में शामिल होने का आरोप लगाया। थाना प्रभारी ने बताया कि खाद घोटाले के षड्यंत्रकर्त्ता होने के कारण राम दयाल की गिरफ्तारी हुई है। इस मामले की जांच जारी है और शेष आरोपियों पर समयबद्ध कार्रवाई होगी ।
मोकामा ऑनलाइन के इन्स्टाग्राम पर हमसे जुड़िये ।
माना जाता है कि 10 हजार से 12 हजार बोरी यूरिया की कालाबाजारी हुई है।
हालांकि इस मामले में कुछ अन्य लोगों की सांठगांठ का आरोप है जिसमे मोकामा के शिवनार-बरहपुर के खाद व्यापारी भी शामिल हैं। माना जाता है कि 10 हजार से 12 हजार बोरी यूरिया की कालाबाजारी हुई है।
ये भी पढ़ें:-सात साथियों के शहादत के बाद भी रामकृष्ण सिंह ने सचिवालय पर झंडा फहराया था।
ये भी पढ़ें:-स्व.पं. साधू शरण शर्मा ,खूब लड़े अंग्रेजो से।
ये भी पढ़ें:-याद किये गये चाकी।
-विज्ञापन-


विज्ञापन के लिए संपर्क करें : 79821 24182
टिप्पणियाँ बंद हो जाती हैं, लेकिन Trackbacks और Pingbacks खुले हैं।