ऊपर से फिटफाट नीचे से मोकामा घाट। गंगा घाट खतरनाक।

ऊपर से फिटफाट नीचे से मोकामा घाट। गंगा घाट खतरनाक।

बिहार।पटना।मोकामा।(Mokama Online News 145)ऊपर से फिटफाट नीचे से मोकामा घाट। आपने यह कहावत जरूर सुना होगा। कहा जाए तो मोकामा की कुछ परेशानियों पर यह कहावत अक्षरशः चरितार्थ भी है।

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मोकामा के अधिकांश गंगा घाट इस वर्ष खतरनाक स्थिति में हैं।

(Mokama Online News 145)जैसे इस वर्ष छठ पर्व पर मोकामा के गंगा घाटों पर दलदल की जो स्थिति है उसे देखकर यही कहा जाएगा, ऊपर से फिटफाट नीचे से मोकामा घाट। मोकामा के अधिकांश गंगा घाट इस वर्ष खतरनाक स्थिति में हैं। किसी घाट पर दलदल है तो कहीं फिसलन की परेशानी। हालांकि मोकामा नगर परिषद की ओर से गंगा घाटों पर साफ सफाई, रोशनी, बैरिकेडिंग, कृत्रिम तालाबों का निर्माण सहित घाट किनारे सीमेंट बोरियां डालने का काम किया जा रहा है। लेकिन दलदली घाटों पर छठ व्रती और श्रद्धालुओं की भारी भीड़ गंगा नदी तक पहुँच पाए इसमें जमीनी स्तर पर काफी चुनौती दी।

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तपस्वी स्थान घाट पर नगर परिषद की ओर से दलदली इलाके में कुछ सौ बोरियां डाला गया है लेकिन वह दलदल की मात्रा के अनुपात में कमतर ही है।

(Mokama Online News 145)तपस्वी स्थान घाट पर नगर परिषद की ओर से दलदली इलाके में कुछ सौ बोरियां डाला गया है लेकिन वह दलदल की मात्रा के अनुपात में कमतर ही है। चुनौतियों के बाद भी नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी मुकेश कुमार ने दलदली घाटों पर बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित कराने की कोशिश की है। जबकि कई अन्य घाटों पर निजी स्तर पर लोग बाग दलदल की चुनौति को मात देने में लगे हैं। सूर्य नारायण घाट पर कन्हैया कुमार सिंह की ओर से तालाब बनाया गया है। यहां गंगा घाट किनारे कीचड़ से हाल बेहाल है।

गंगा घाट जाने वाले रास्तों को दुल्हन की तरह सजाया गयाहै।

वहीं मोकामा की विभिन्न पूजा समितियों की ओर से गंगा घाट जाने वाले रास्तों को दुल्हन की तरह सजाया गया

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