मोकामा में गंगा का त्राहिमाम रुकने का नाम नहीं ले रहा है। उफनती गंगा से न सिर्फ दियारे के लोग परेशान और घर बार छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर आसरा लिए हुए हैं बल्कि मोकामा के ग्रामीण इलाकों में भी स्थिति गंभीर है। मोकामा पश्चिमी के कई गांवों में गंगा में सैंकड़ों घर डूबे हुए हैं। गंगा के जलप्रलय से जूझ रहे ऐसे ही गांवों का मोकामा ऑनलाइन ने जायजा लिया। देखिये कैसे गंगा के रौद्र रूप से परेशान हैं मोकामा वासी। यह मोकामा का मोर पश्चिमी का हिस्सा है। मोर के अलावा सुल्तानपुर का बड़ा हिस्सा इस इलाके में आता है। सुल्तानपुर के दर्जनों घरों में गंगा का पानी प्रवेश कर चुका है। खासकर सुल्तानपुर बिंदटोली के लोगों की आफत बढ़ गई है। कच्चे मकान और झोपड़ियों की बात छोड़िये यहां पक्के मकानों में गंगा का पानी घुसा हुआ है। स्थिति है कि कई लोग अपना बसा बसाया घर द्वार छोड़कर सुरक्षित जगहों पर चले गए हैं या पड़ोसियों के छतों पर। मेकरा पंचायत का हाल भी कुछ ऐसा ही है। यहां वार्ड नं 1, 3, 9, 10, 11, 13, 15 आदि के आवासीय इलाकों में लोगों को पानी में घुसकर आने जाने की मजबूरी है। राष्ट्रीय राजमार्ग 31 के उत्तरी भाग में जितने मार्ग है सब जगह गंगा का पानी सड़क तक पहुँच गया है। हालांकि राहत इतनी ही है गंगा का जलस्तर कुछ कम हुआ है।
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