कबड्डी और कुश्ती को ताकत का खेल माना जाता है और ज्यादातर लड़के ही इस खेल का हिस्सा बनती है मगर बीते कुछ सालों में मोकामा की बेटियों ने इस खले में अपना झंडा लहराया है देखने वालों की आँखे खुली रह गई .स्मिता ,कोमल,नीतू ,शमा सबने कबड्डी में मोकामा का नाम रौशन किया .अब मोकामा की की बेटियां कुश्ती में अपना ताकत दिखाने को तैयार है.जमके मेहनत कर रही है ,खुसती के सारे दाव पेंच सीख रही है ताकि कुछ कर दिखा सके .महिला कुश्ती खिलाड़ियों के प्रशिक्षक धीरज सिंह चौहानकहती है की मोकामा प्रखंड की तीन महिला पहलवान राज्य स्तरीय जूनियर मुकाबलों में अपना दमखम दिखा चुकी हैं,और उनका जलवा देश देख चूका है.राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित दंगल में शामिल होने के लिए जी तोड़ मेहनत कर रही हैं. इनमें औंटा गांव की रहने वाली दो सगी बहनें 17 वर्षीया निशा कुमारी व 14 वर्षीया अंजली कुमारी और मोरारपुर गांव की 19 वर्षीया नूतन कुमारी शामिल हैं.
पंडारक से 3 बेटियां रेशमी, वंदना और उजाला भी खूब मेहनत कर रही है और उम्म्मीद किया जा सकता .ये सब कुश्ती में मोकामा का नाम जरुर रौशन करेगी .बेटियां बाज़ी मार रही है.
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