मोकामा। दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में मोकामा टाल के किसानों ने बुधवार को धरना दिया। मरांची के सांस्कृतिक भवन दुर्गा स्थान परिसर में विभिन्न गांवों से जुटे किसानों ने एक दिवसीय धरना दिया। उन्होंने केंद्र सरकार के नए कानून को किसान विरोधी करार दिया। साथ ही मारांची टाल में जलजमाव की समस्या दूर करने और समय पर दलहनी फसलों की बुवाई सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकार से उचित निवारण करने की मांग की। मोकामा टाल के मरांचि, औंटा, मोर, कन्हाई पुर सहित मोकामा – बड़हिया टाल के निचले इलाकों के कई टाल में अब तक बुआई नहीं हुई है। मंडल अध्यक्ष डुमरा के श्रीराम सिंह ने कहा कि टाल में दलहन बुआई का आदर्श समय 15 अक्टूबर से 15 नवम्बर है लेकिन हजारों एकड़ भूमि पर 2 दिसंबर बीत जाने पर भी बुआई नहीं हुई है। किसानों को हो रही इस समस्या का मूल कारण टाल में जल निकास एवम् प्रबन्धन का अभाव है। इंजीनियर नन्द किशोर सिंह और मुकेश कुमार ने भी टाल में लगातार दूसरे साल पिछांत बुआई के लिए सरकार की उदासीनता को जिम्मेदार ठहराया। इस अवसर पर प्रो. कैलाश शर्मा, प्रो. जय प्रकाश सिंह, डी एन मेहता, आनंद मुरारी आदि ने अपने उद्भोधन दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन को किसान के हित में करार दिया। साथ ही राज्य एवम् केंद्र सरकार से मोकामा टाल में बेहतर जल प्रबन्धन सुनिश्चित करने की अपील है।

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