हाथीदह स्टेशन तक पहुंची गंगा, जानिए कैसे रेल सेवा पर पड़ेगा असर

मोकामा। गंगा का पानी हाथीदह स्टेशन के प्रवेश मार्ग को डुबो चुका है। एनएच 80 से होते हुए गंगा का पानी हाथीदह स्टेशन के प्रवेश मार्ग पर पिछले 48 घँटों से भरा हुआ है। यात्रियों और रेलकर्मियों को खासी फजीहत हो रही है। वे घुटने भर पानी में घुसकर हाथीदह स्टेशन आ जा रहे हैं।

इतना ही नहीं हाथीदह स्टेशन परिसर के निचले हिस्से में हाल में बना नया जीआरपी पोस्ट चारों ओर से पानी से घिरा हुआ है। चारदीवारी के बाहर तीन से पांच फीट तक पानी है। पुलिसकर्मियों के कहना है कि वे पानी मे घुसकर आने जाने को मजबूर हैं।

हाथीदह स्टेशन देश में अपनी तरह का अनोखा स्टेशन है। यहां हावड़ा नई दिल्ली रेल लाइन जमीन से गुजरती है। वहीं हाथीदह के पास ही राजेंद्र सेतु है जो पूर्वोत्तर भारत के राज्यों और उत्तर बिहार को रेलमार्ग से जोड़ता है। इसलिए यहां एक स्टेशन पुल के पास ऊपरी तल पर है।

गंगा के जलस्तर में हुई बढ़ोतरी से हाथीदह का प्रवेश मार्ग और आसपास का इलाका भले डूबा हुआ है लेकिन फिलहाल रेल लाइन सुरक्षित है। रेल लाइन जमीन से काफी ऊंचाई पर है। इसलिए यहां रेल लाइन डूबने की संभावना नहीं है। हालांकि भागलपुर – क्यूल रेलखंड पर जमालपुर मुंगेर के बीच रेल पटरी पर पानी है जिस कारण इस रूट की ट्रेन सेवा प्रभावित है।

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