1885 में स्थापित Bari Durga Asthan Mokama की नई कार्यकारिणी गठित, अजय कुमार अध्यक्ष, मंजेश ‘मुनचुन’ सचिव बने

Bari Durga Asthan Mokama की नई कार्यकारिणी गठित।

मोकामा। Bari Durga Asthan Mokama में गणेश पूजनोत्सव एवं दशहरा महोत्सव के सफल आयोजन के लिए नई कार्यकारिणी गठित की गई है। 31 अगस्त को वार्ड नं 16 स्थित बड़ी दुर्गा स्थान मंदिर परिसर में सकल समाज की एक बैठक आयोजित की गई। विभिन्न मुद्दों पर चर्चा उपरांत सर्वसम्मति से नई कार्यकारिणी गठित करने का निर्णय लिया गया।

Bari Durga Asthan Mokama

अजय कुमार चुने गये अध्यक्ष।

पिछले तीन दशकों से अधिक समय से मोकामा के विविध सामाजिक कार्यों में सक्रिय रहने वाले अजय कुमार को अध्यक्ष मनोनीत किया गया है। अजय कुमार पेशे से शिक्षक हैं और तपोवन नामक शिक्षण संस्थान के संचालक रहे हैं। उनके अतिरिक्त निशांत कुमार उपाध्यक्ष, मंजेश कुमार मुनचुन सचिव, मंजीत कुमार उपसचिव, संतोष कुमार कोषाध्यक्ष बनाए गए हैं। इन सबों के सक्रिय सामाजिक योगदान को ध्यान में रखकर विभिन्न पदों की जिम्मेदारी दी गई है। साथ ही कार्यकारिणी के सामान्य सदस्य के तौर पर 10 सदस्य मनोनीत किए गए हैं।(Bari Durga Asthan Mokama)

मोकामा में बंगालियों ने शुरू किया था दुर्गा पूजा महोत्सव ।

मोकामा में बंगालियों ने शुरू की दुर्गा पूजा ,गौरतलब है कि Bari Durga Asthan Mokama की स्थापना 1885 में हुई थी। उस समय का मोकामा बंगाल के व्यापारिक वर्ग के बीच मिर्ची गोला के नाम से प्रसिद्ध था। यहां से सैकड़ों टन मिर्ची की खरीद बिक्री होती थी। तब कोलकाता के व्यापारी मुख्य रूप से यहां आते थे और महीनों मिर्ची खरीदने के लिए रुकते थे।

मोकामा में पहली बार 1885 में बड़ी दुर्गा माता की प्राण प्रतिष्ठा हुई थी ।

बंगाली व्यापारियों ने ही मोकामा में 1885 में बड़ी दुर्गा माता की प्राण प्रतिष्ठा की। तब से यह मोकामा के देवी दुर्गा भक्तों की आस्था का केंद्र बना हुआ है। सुदीर्घ काल तक व्यापारिक वर्ग के तत्वावधान में ही इस आध्यात्मिक केंद्र का संचालन होता रहा।(Bari Durga Asthan Mokama)

मोकामा ऑनलाइन की वाटस ऐप ग्रुप से जुड़िये और खबरें सीधे अपने मोबाइल फ़ोन में पढ़िए ।

मोकामा बाजार में उतरे आधुनिक ठग (Fraud), महिलाओं को बनाते हैं शिकार, आज 2 लाख की ठगी।

-विज्ञापन-

Mokama ,मोकामा

विज्ञापन के लिए संपर्क करें : 79821 24182

टिप्पणियाँ बंद हो जाती हैं, लेकिन Trackbacks और Pingbacks खुले हैं।

error: Content is protected !!