Barauni Refinery बरौनी में शुरू होगा हवाई जहाज के इंधन का उत्पादन।
Barauni Refinery बिहार| पटना |बेगूसराय |बरौनी| मोकामा से महज 15 किलोमीटर की दूरी बरौनी रिफायनरी एटीफ यानि एविएशन टर्बाइन फ्यूल का उत्पादन आरंभ होने जा रहा है। बरौनी रिफाइनरी से एटीएफ का उत्पादन होने से बिहार झारखंड बंगाल उड़ीसा सहित कई अन्य राज्यों के विमानों के लिए यही से इंधन उपलब्ध हो पाएगा।
एक और जहां पॉलिप्रोपिलीन यूनिट की स्थापना हो चुकी है और इसका कार दिनों दिन प्रगति पर है। इसमें एटमॉस्फेरिक वेक्यूम यूनिट और पॉलिप्रोपिलीन इकाई की स्थापना की जा रही है। इसके उत्पादन के साथ बिहार में पेट्रोकेमिकल के युग का आरंभ हो जाएगा और बिहार में पॉलीमर आधारित उद्योगों की विकसित होने की संभावना बढ़ जाएगी। अभी पॉलीमर आधारित उद्योगों को अपनी जरूरतों के लिए दूसरे राज्य पर निर्भर होना पड़ रहा है जिससे उनके प्रोडक्ट की कीमत बढ़ जाती है। इस वजह से मार्केट में उनके प्रोडक्ट को बहुत ही कम मार्जिन पर बेचना पड़ रहा है जिससे उन्हें कभी-कभी व्यापार में हानि भी होती है।
बरौनी रिफाइनरी में हवाई जहाज के इंजन के उत्पादन के लिए प्रोजेक्ट का काम लगभग पूरा हो चुका है। इसके लिए रिएक्टर का निर्माण हो चुका है यहां 250 के टी पी क्षमता वाली यूनिट की स्थापना से हवाई जहाज के इंधन का उत्पादन होना है।Barauni Refinery

ज्ञात हो कि वर्तमान में बरौनी रिफायनरी मुख्यतः हाई स्पीड डीजल का उत्पादन करती है। कूल कूल उत्पादन का 50% हाई स्पीड डीजल ही है। बरौनी रिफाइनरी में हाई स्पीड डीजल का उत्पादन 2818 GMT (हजार मीट्रिक टन) है। इसके अतिरिक्त बरौनी रिफाइनरी में एस्प्रीत व केरोसिन का भी उत्पादन होता है। मोटर स्प्रिट, सुपीरियर कैरोसिन ऑयल ,एलपीजी ,नेप्था, रॉ पेट्रोलियम कोक, बीटूमिन, सल्फर ,ईबीएमएस का उत्पादन भी होता है।
बरौनी रिफायनरी अपने प्रोडक्ट को गृह राज्य बिहार, झारखंड, बंगाल, उत्तर प्रदेश, आसाम, हरियाणा और यहां तक कि नेपाल में भी भेजती है जबकि नेपथा सीधे पानीपत रिफायनरी को भेजा जाता है।
ज्ञात हो कि बरौनी रिफाइनरी में हरित ईंधन के उत्पादन के लिए 2019 के अगस्त से ही नई प्राइम जी प्लस इकाई की स्थापना की गई थी ।इसके बाद बरौनी रिफाइनरी BS-6 गुणवत्ता वाले पेट्रोल व डीजल का उत्पादन कर रही है। Barauni Refinery
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