फागुन के आहट से मौसम हुआ दीवाना।(Mokama Online)
बिहार।पटना।मोकामा।कल माघी पूर्णिमा का त्योहार मोकामा में बड़े ही धूम धाम से मनाया गया।आज से फागुन की बसंती बयार लोगों को रंगीन बनाने को आतुर दिख रही है।न ज्यादा सर्दी न ज्यादा गर्मी ,पीली चूनर ओढ़े प्रकृति ने मानो धरती का श्रृंगार किया हो।(358 Mokama Online News)
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मोकामा के महादेव स्थान और तपस्वी स्थान में होली गायन की समृद्ध परंपरा रही है।(Mokama Online)
मोकामा के महादेव स्थान और तपस्वी स्थान में होली गायन की समृद्ध परंपरा रही है।फागुन महीने का हर दिन होली के उत्सव के समान है।फागुन होली गायन हर्ष,उल्लास के साथ ही ऋतु परिवर्तन का भी प्रतीक माना जाता है।रंगभरनी एकादशी पर होली गायकी शुरू हो जाएगी।मोकामा में इस दिन से जगह जगह फगुआ बयार में रंगे ढोलक और मृदंग के साथ फगुनाहट के रास रंग में डूबे लोग नजर आने लगेंगे। मंदिर परिसर में आज से ही होली के पारंपरिक गीत बजने लगेंगे।(358 Mokama Online News)

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मोकामा से बाहर रहने वाले लोग वापस आने के लिए टिकट की जुगत में जुट चुके हैं।(Mokama Online)
मोकामा से बाहर रहने वाले लोग वापस आने के लिए टिकट की जुगत में जुट चुके हैं।मोकामा कृषि प्रधान जगह है ।टाल मोकामा के किसानों की लाइफ लाइन है।अब फसलें परवान चढ़ेगी।फसलों के चिपुड़ अब पुष्ट हो जायेंगे। होली आते आते ये फसल काटने के लिए तैयार हो जाएंगे।

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