आत्म अनुशासन और साहस से हर सफलता पाई जा सकती है।
बिहार ।पटना ।मोकामा। जीवन में हम बहुत सी चीजों से डरते हैं ।उनका साहस से मुकाबला करने के लिए बहुत अनुशासन की जरूरत होती है ।शायद इसीलिए चर्चिल ने कहा था “साहस को सभी गुणों में अग्रणी माना जाता है जो सही है क्योंकि बाकी सभी चीजें इसी पर निर्भर होती है।”(266 Mokama Online News)
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सच तो यह है कि डर सबको लगता है और आमतौर पर कई चीजों से लगता है।
सच तो यह है कि डर सबको लगता है और आमतौर पर कई चीजों से लगता है। यह सामान्य और सहज है। अक्सर जीवन को सुरक्षित रखने ,चोट से बचने और आर्थिक गलतियों से सुरक्षित रहने के लिए डर आवश्यक होता है।अगर डर सभी को लगता है तो फिर साहसी और कायर व्यक्ति में अंतर क्या होता है ।इन दोनों में एकमात्र अंतर यही है कि साहसी व्यक्ति में डर के बावजूद काम करने का अनुशासन होता है इसके विपरीत कायर व्यक्ति डर को अपने ऊपर हावी होने देता है और उससे नियंत्रित हो जाता है।(266 Mokama Online News)

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डर से जूझने और उसके बावजूद काम करने की क्षमता ही ख़ुशी और सफलता की कुंजी है ।
डर से जूझने और उसके बावजूद काम करने की क्षमता ही ख़ुशी और सफलता की कुंजी है ।इसके लिए आप यह अभ्यास कर सकते हैं। अपने जीवन के किसी ऐसे व्यक्ति या स्थिति को पहचाने जिससे आपको डर लगता है। फिर तत्काल उस भयावह व्यक्ति या स्थिति से निपटने का संकल्प करें। इस वजह से पल भर के लिए भी दुखी ना हों।उस स्थिति या व्यक्ति से आमना सामना करने का संकल्प करें और डर को पीछे छोड़ दें।(266 Mokama Online News)
जिस दिन आप ऐसा करने में सफल हुए आपकी सफलता आपके कदमों में होगी।
डर या चिंता का एक ही वास्तविक उपचार है अपने लक्ष्यों की दिशा में अनुशासित और उद्देश्य पूर्ण कर्म करने में जुटना ।अपने लक्ष्यों या समस्याओं के समाधान पर काम करने में इतने व्यस्त हो जाए कि आपके पास किसी चीज से डरने या उसकी चिंता करने का समय ही ना रहे ।जिस दिन आप ऐसा करने में सफल हुए आपकी सफलता आपके कदमों में होगी।
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