अटल आडवाणी के गठबंधन से अलग है आज का गठबंधन।
अटल आडवाणी के गठबंधन से अलग है आज का गठबंधन।
बिहार। पटना ।जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने साफ साफ शब्दों में कहा है अटल बिहारी वाजपेई और लालकृष्ण आडवाणी के समय का गठबंधन अब नहीं रह गया है ।इसकी मर्यादा,कार्यप्रणाली और गठबंधन धर्म निभाने का तरीका बिल्कुल अलग है। आज के गठबंधन में सहयोगीयों के विधायकों को भी अपने संगठन में शामिल करा लिया जाता है। अरुणाचल प्रदेश इसका जीता जागता उदाहरण है जिसमें जदयू के 7 में से 6 विधायकों को भाजपा ने अपने संगठन में शामिल करवा लिया।(264 Mokama Online News)
मोकामा ऑनलाइन की वाटस ऐप ग्रुप से जुड़िये और खबरें सीधे अपने मोबाइल फ़ोन में पढ़िए ।

जदयू अध्यक्ष बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने लेकर मीडिया से बात कर रहे थे ।
जदयू अध्यक्ष बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने लेकर मीडिया से बात कर रहे थे ।उन्होंने कहा कि केंद्र में भाजपा की अकेले बहुमत की सरकार है और बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने के लिए भाजपा को ही फैसला लेना है। उन्होंने कहा कि हम NDA में रहते हुए भी अपने राज्य के वाजिब हक के लिए मांग करना नहीं छोड़ेंगे ।आने वाले संसद के बजट सत्र में हम कई तरीकों से बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने के लिए मांग उठाएंगे।(264 Mokama Online News)

मोकामा ऑनलाइन के इन्स्टाग्राम पर हमसे जुड़िये ।
हमें भरोसा है कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा जल्द ही मिल जाएगा।
जदयू अध्यक्ष ने कहा कि हम राज्य हित के लिए इस मामले पर उचित निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र हैं ।यह निर्णय आगे के समय और हालात पर निर्भर करेगा ।मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का जो भी फैसला होगा उस पर पार्टी अमल करेगी। हमें भरोसा है कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा जल्द ही मिल जाएगा।(264 Mokama Online News)
लालू प्रसाद यादव ने उस समय क्यों नहीं बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलवा दिया।
जदयू अध्यक्ष ने राजेश को भी लताड़ा है उन्होंने कहा राजद की मदद से ही केंद्र में मनमोहन सिंह की सरकार चल रही थी रघुराम राजन की कमेटी उसकी रिपोर्ट उसी 10 साल के दौरान आई थी तब लालू प्रसाद यादव मनमोहन सिंह सरकार में सहयोगी थे लालू प्रसाद यादव ने उस समय क्यों नहीं बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलवा दिया।
ये भी पढ़ें:-मुफलिसी की जिंदगी काट रहे मगही कवि भाई बालेश्वर ।
ये भी पढ़ें:-याद किये गये चाकी।

टिप्पणियाँ बंद हो जाती हैं, लेकिन Trackbacks और Pingbacks खुले हैं।