सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा का हुआ समापन।
बिहार। पटना।मोकामा। मोकामा के प्राचीन तपस्वी स्थान में चल रहे 7 दिवसीय श्रीमद्भागवत महापुराण कथा का आज समापन हो गया। कथावाचक श्री राम दयालु मणि त्रिपाठी के सान्निध्य में तपस्वी स्थान गंगा घाट पर लगे भव्य पंडाल में सात दिन तक चले इस श्रीमद् भागवत कथा का रसपान मोकामा के हजारों श्रद्धालुओं ने किया। 06 दिसंबर से कथा वाचन आरंभ हो गया था। मुख्य यजमान अमृताश आनंद ने श्रीमद्भागवत महापुराण की कथा में भक्ति भाव से लगे रहे।(229 Mokama Online News)
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श्री राम दयालु मणि त्रिपाठी जी श्री बटुकनाथ संस्कृत महाविद्यालय, वाराणसी के साहित्य विभाग अध्यक्ष हैं।
मोलदियार टोला स्थित श्री तपस्वी जी ठाकुरबाड़ी परिसर में आयोजित कथा में व्यासपीठ से श्री राम दयालु मणि त्रिपाठी जी अपने मुखारविंद से श्रीमद् भागवत का रसपान करा रहे थे। श्री राम दयालु मणि त्रिपाठी जी श्री बटुकनाथ संस्कृत महाविद्यालय, वाराणसी के साहित्य विभाग अध्यक्ष हैं।(229 Mokama Online News)

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इस श्रीमद्भागवत महापुराण की कथा का आयोजन मोकामा के बेटे और बिहार के पूर्व डीजीपी श्री आनंद शंकर जी द्वारा कराया गया।
दिनांक 6 दिसंबर से 12 दिसंबर तक प्रतिदिन सुबह 11:30 बजे से संध्या 4:30 बजे कथा में रोजाना श्रद्धालु की भीड़ कथा का रसपान करने के लिए जुटती रही। इस श्रीमद्भागवत महापुराण की कथा का आयोजन मोकामा के बेटे और बिहार के पूर्व डीजीपी श्री आनंद शंकर जी द्वारा कराया गया।(229 Mokama Online News)
मोकामा में पहली बार श्री राम दयालु मणि त्रिपाठी का आगमन पहली बार हुआ है।
अमृताश आनंद ने बताया कि बाबा परशुराम की धरती मोकामा में पहली बार श्री राम दयालु मणि त्रिपाठी का आगमन पहली बार हुआ है। वे प्रकांड विद्वान और श्रोताओं को विशिष्ट शैली में कथा श्रवण कराने के लिए प्रसिद्ध हैं। उन्होंने सभी भगवत भक्तों से समय पर पहुंच कर कथा श्रवण करने के लिए आभार व्यक्त किया।
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